काशी विश्वनाथ मंत्र
सानन्दमानन्दवने वसन्तं
आनन्दकन्दं हतपापवृन्दम्।
वाराणसीनाथमनाथनाथं
श्रीविश्वनाथं शरणं प्रपद्ये॥
सानन्दमानन्दवने वसन्तं
आनन्दकन्दं हतपापवृन्दम्।
वाराणसीनाथमनाथनाथं
श्रीविश्वनाथं शरणं प्रपद्ये॥
शिव आह्वान मंत्र बहुत हु प्रभावशाली मंत्र है पूजा करते समय जब हम महादेव को बुलाते है या हम इसको यह बोल सकते है कि आमंत्रित करते है यह मंत्र हम पूजा के प्रारंभ में करते है हमारे अंदर मृत्यु का डर होता है, उनको अपना दुख दर्द बताना चाहते है उस समय हम शिव आह्वान जाप करते है यह जाप करने से मनुष्य के सभी समस्याएं दूर हो जाती और अगर यह सच्ची श्रद्धा भक्ति से किया जाए तो मनुष्य के जीवन से सभी बाधाएं दूर हो जाती है।
महादेव की पूजा अर्चना करने से हमारे सभी दुख दूर हो जाते है। शिव की आराधना करने वालों पे कभी भी कोई विपत्ति नहीं आती है। जब हम आरती कर लेते है उसके बाद मंत्र पुष्पांजलि करते है। मंत्र पुष्पांजलि करते समय हम देवी देवताओं को धन्यवाद करते है और प्रार्थना आग्रह करते है हमारे जीवन में सुख समृद्ध बनी रहे मन में अच्छे विचार आए, भविष्य उज्जवल हो और सभी कठिनाइयां दूर हो जाए।
श्री शिव रक्षा मंत्र का पाठ करने से हमें भौतिक, दैहिक और आत्मीय शांति मिलता है। भविष्य में आने वाली सभी बाधाएं दूर हो जाती हैं। जिससे हमारी उन्नति का मार्ग प्रशस्ती हो जाता है। जब हम सुरक्षा, शांति, मनोकामना की पूर्ति, अध्यात्म की जिज्ञासा, स्वस्थ शरीर, सात्विक विचार, मन में सकारात्मक विचारों को लाना और साथ साथ आत्मविश्वास को बढ़ाना इन सभी के लिए मनुष्य को नित्य प्रतिदिन श्री शिव रक्षा मंत्र का जाप करना चाहिए। सभी नकारात्मक ऊर्जाएं नष्ट होने लगती है और साथ ही प्रभु की कृपा बरसने लगती हैं।