Shiv Namaskaratha Mantra

कर्पूर गौरं करुणावतारम् शिव मंत्र

बाबा को हम यूंही नहीं भोले नाथ बोलते है। बाबा को कोई भी आसानी से मन सकता है। स्नान करने के बाद श्रद्धा पूर्वक एक लौटा जल शिव लिंग पर चढ़ा के और साथ साथ बेल पत्र और पुष्प चढ़ा कर के हम प्रभु को प्रणाम कर के अपना दुख दर्द कह के उनको मना सकते है। बाबा भोलेनाथ कभी भी अपने भक्त को निराश नहीं करते है। जो कोई जो कुछ भी सच्चे भाव से प्रभु से प्रार्थना करता है वो उसको मिल जाता है।

शिव ब्रह्मांड मंत्र

शिव ब्रह्माण्ड मंत्र बहुत ही शक्तिशाली स्तोत्र है। महादेव आपकी महिमा अपरम पार है पूरा का पूरा ब्रह्माण्ड अपने समाहित है। आपही पालन करता है। हे देवाधिदेव महादेव शंभू सभी काल कष्ट रोग पाप को दूर करने वाले, बाघंबरधारी, त्रिशूलधारी आप से ही ये ब्रह्माण्ड चलता आपके बिना एक कंकड़ भी नहीं हिलता है। यह स्तोत्र हमें प्रतिदिन महादेव की पूजा अर्चना के समय बोलना चाहिए।

शिव मंत्र पुष्पांजली

महादेव की पूजा अर्चना करने से हमारे सभी दुख दूर हो जाते है। शिव की आराधना करने वालों पे कभी भी कोई विपत्ति नहीं आती है। जब हम आरती कर लेते है उसके बाद मंत्र पुष्पांजलि करते है। मंत्र पुष्पांजलि करते समय हम देवी देवताओं को धन्यवाद करते है और प्रार्थना आग्रह करते है हमारे जीवन में सुख समृद्ध बनी रहे मन में अच्छे विचार आए, भविष्य उज्जवल हो और सभी कठिनाइयां दूर हो जाए।

शिव नमस्काराथा मंत्र

महादेव बाबा की पूजा अर्चना करते समय जब हम प्रभु को नमस्कार करते है हमारे अंतर मन में कुछ इच्छाएं है जिसके लिए हम शिव नमस्काराथा मंत्र जाप करते है। यह जाप करने से मनुष्य सौभाग्यशाली हो जाता है अंतर्मन की सभी इच्छा पूर्ति होती है। मान सम्मान धन धन्य की सदैव वृद्धि होती है। मनुष्य निरोगी हो जाता है भविष्य में आने वाली सभी समस्याएं हमेशा के लिए दूर हो जाती है। मन शांत होता है और आंतरिक ऊर्जा का प्रवाह बड़जाता और सकारात्मकता का भाव मन में उत्पन्न होता है। सभी दोष और संकट कट जाते है, आत्मशक्ति भी बढ़ती है। हमें सदैव अपने मन को देवाधिदेव के ध्यान में लगाना चाहिए।