काशी विश्वनाथ मंत्र
सानन्दमानन्दवने वसन्तं
आनन्दकन्दं हतपापवृन्दम्।
वाराणसीनाथमनाथनाथं
श्रीविश्वनाथं शरणं प्रपद्ये॥
सानन्दमानन्दवने वसन्तं
आनन्दकन्दं हतपापवृन्दम्।
वाराणसीनाथमनाथनाथं
श्रीविश्वनाथं शरणं प्रपद्ये॥
शिव ध्यान मंत्र बहुत ही मनमोहक स्तोत्र है। शिव ध्यान मंत्र का स्तोत्र करते समय हम महादेव को स्मरण करते है उनके स्वरूप के बारे में हम ध्यान करते है डमरू की डंकार, सर्प की माला, शिवालय में बजने वाले घंटा की आवाज, त्रिनेत्र, भस्म और नंदी जी, महादेव बहुत ही करुणामयि है, प्रभु आप हमारा कल्याण करेंगे, का ध्यान करना चाहिए। जिससे सभी व्याधियां कट जाती है। यह बहुत ही दिव्य स्तोत्र है। शिव का ध्यान करने मात्र से ही भोले नाथ खुश हो जाते हैं।